Bihar Civil Judge
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Bihar Civil Judge

  1. Each lecture is of 1 Hour
  2. 3 Hours Lectures in a Day
  3. Study Materials on all the subjects
  4. Mock Test 
  5. Mains Answer Writing Discussion
  6. White Board Teaching 
  7. Doubt Clearing Session
  8. Unlimited Access

Instructor: Judicial Adda

Language: English and Hindi

Validity Period: 365 days

₹30000 16% OFF

₹24999

Dear Aspirants,

Under this section, you will be provided lectures on the topic of all the law, General Studies, and language subjects which will be beneficial for those who are preparing for Bihar PCS (J) or other competitive examinations.

Apart from competitive examinations, it will help those who are pursuing LLB or LLM courses.

Under this course, the following topics shall be covered:

General English

Questions will be set to test the understanding of and the power to write English. A passage or passages will usually be set for Summary or précis. Questions will include letter writing on the given Subject.

General Knowledge

(Including knowledge of current events) – The paper will also include questions about Indian History, Culture, and Geography of nature, which candidates should be able to answer without Special Study.

सामान्य ज्ञान (सामयिक घटनाओं की जानकारी सहित) – इस पत्रमें भारतीय इतिहास एवं संस्कृति तथा भूगोल के भी ऐसे प्रश्न पूछे जायेंगे,जिनका उत्तर उम्मीदवार बिना विशेष अध्ययन के ही दे सकते हैं

 

Elementary General Science

A paper of questions to test such matters of everyday observation and experience in their scientific aspects as may be expected of an educated person who has not made a Special Study of any Scientific Subject.

प्रारंभिक सामान्य विज्ञान – इस पत्र में दैनिक संप्रेक्षण और अनुभवके ऐसे विषयों के वैज्ञानिक पहलुओं पर प्रश्न पूछे जायेंगे, जिनके संबंध मेंआशा की जा सकती है कि किसी वैज्ञानिक विषय पर विशेष अध्ययन किए बिना ही किसी भी शिक्षित व्यक्ति को उसकी जानकारी रह सकती है

(Law of Evidence and Procedure)

साक्ष्य और प्रक्रिया विधि (Law of Evidence and Procedure) – भारतीय साक्ष्य अधिनियम (Indian Evidence Act (1 of 1872) । सिविल प्रक्रिया संहिता (Civil ProcedureCode) (5 of 1908) । मध्यस्थता एवं सुलह अधिनियम, 1996 (Arbitration and Conciliation Act 1996) ! दंड प्रक्रिया संहिता 1973 (संख्या-2, 1974) (Code of Criminal Procedure, 1973 (2 of 1974)। प्रांतीय लघुवाद न्यायालय अधिनियम (Provincial Small Cause Courts Act), 1887

Constitutional and Administrative Law of India

भारत का सविधान अनुच्छेद 1 से 395 एवं अनुसूचियाँ (Constitution of India –Article 1 to 395 and Schedules) भारत की प्रशासनिक विधि (Administrative Law of India)

  • प्रत्यायोजित विधान (Delegated Legislation);
  • प्रत्यायोजित विधानं का नियंत्रण न्यायिक एवं विधायी (Control of Delegated Legislation – Judicial & Legislative);
  • निष्पक्ष सुनवायी; नैसर्गिक न्याय का नियम, पक्षपात के विरूद्ध नियम, ऑडीआल्टेरम पारटेम (Fair Hearing: Rules of Natural Justice; Rules Against Bias;Audi Alteram Partem);
  • न्यायाधिकरण एवं अर्द्धन्यायिक प्राधिकरण, उन पर न्यायिक नियंत्रण (Tribunals and Quasi-Judicial Authorities; Judicial Control over them)
  • विनियामक प्राधिकरण (Regulatory Authorities)
  • प्रशासनिक कार्यो का न्यायिक पुनरावलोकन (Judicial Review of Administrative Action)
  • रिट क्षेत्राधिकार एवं सांविधिक न्यायिक उपचार, क्षेत्र, विस्तार एवं अंतर (Writ Jurisdiction and Statutory Judicial Remedies, Scope, Extent &Distinction)
  • पब्लिक इंटेरेस्ट लिटिगेशन (Public Interest Litigation)
  • राज्य का अपकृत्य दायित्व एवं प्रतिकर (Tortious Liability of State and Compensation)
  • वचन विबंध, विधि सम्मत प्रत्याशा एवं समानुपातिका का सिद्धान्त (Promissory Estoppel, Legitimate Expectation & Doctrine of Proportionality)
  • सरकारी संविदा (Government Contracts)
  • ओम्बुड्समैन (OmbudSman)

 

Hindu Law and Muhammadan Law

. हिन्दू विधि (Hindu Law)

स्रोतों का स्वरूप – विभिन्न शाखायें (Schools), विवाह पुत्रत्व, दत्तक ग्रहण (Adoption), संयुक्त परिवार और संयुक्त संपत्ति, अविभाज्य संपदा (Impartible Estate), ऋण, हस्तांतरण, विभाजन, उत्तराधिकार, स्त्री धन, विधवा की संपदा, वसीयत, दान, धार्मिक और खैराती विन्यास (Endowment) ।

आ. मुस्लिम विधि (Muhammadan Law)

मुस्लिम विधि के स्रोत, विभिन्न शाखाओं का उद्गम और विकास, भारत में इसके लागू होने की हद, शरियत अधिनियम (शरियत ऐक्ट), 1937, इस्लाम धर्म ग्रहण करने का प्रभाव, उत्तराधिकार और प्रशासन, वसीयत (Wills), हेवा, हेबाबिल एबाज, वक्फ-अनुरंक्षण वल्दियत-धर्मजत्व (Legitimacy) और अभिस्वीकार (Acknowledgement), अभिभावकत्व (Guardianship).

Transfer of Property and Principles of Equity

संपति-अन्तरण विधि (Law of Transfer of Property) और साम्या के सिद्धांत(Principles of Equity) जिसमें न्यास-विधि (Law of Trust) तथा विशिष्ट अनुतोष (SpecificRelief) भी शामिल है।

  • संपति-अन्तरण विधिअधिनियम सं. 4 ऑफ 1882 (संपत्ति अन्तरण अधिनियम)
  • साम्या (Equity) का सिद्धांत जिसमें न्यास-विधि (Law of Trust) तथा विशिष्टअनुतोष (Specific Relief) भी शामिल है!

साम्या न्यायालय (Court of Equity) का इतिहास, maxims, origin of use 1 चलन सेन्यास (Trust) का विकास ! न्यास की परिभाषा, न्यास गठन में औपचारिकतायें। न्यास का वर्गीकरण, अभिव्यक्त(Express), विक्षित (Employed), परिणामी (Resulting), constructive, प्राइवेट और पब्लिक,बेनामी transactions । Advancement का सिद्धांत। खैराती ट्रस्ट। देवोतर से तुलना। न्यासियों (ट्रस्टियों) केअधिकार और कर्तव्य | Determination of Trust ! Remedies for Breach of Trust} विनिर्दिष्ट अनुतोष अधिनियम, 1963 (संख्या – 47, 1963) (Specific Relief Act,1963) (Act 47 of 1963) भारतीय न्यास अधिनियम (Indian Trust Act) (2 of 1882)।

Law of Contracts and Torts

संविदा-विधि (Law of Contracts)

  • अधिनियम सं. 9 ऑफ 1872 (Indian Contract Act) भारतीय संविदा अधिनियम |
  • अपकृत्य-विधि (Law of Torts) – अपकृत्य का स्वरूप। दायित्व के सामान्यसिद्धांत (General Principles of Liabilities) | पार्टी, प्रतिकार (Remedies, Nuisance), दैहिकक्षति (Injuries to Persons) |

मृत्यु, हमला (Assault), मिथ्या कारावास (False Imprisonment), घरेलू औरसंविदात्मक संबंधों को क्षति पहुँचाना (Injuries to Domestic and Contractual Relations),सदोष बर्खास्तगी (Wrongful Dismissal), Defamation, उपेक्षा (Negligence) | खतरनाकसंपत्तियों के लिए जिम्मेवारी, The Rule in Rylands Vrs. Fletcher Deceit । षडयंत्र(Conspiracy) | विद्वेषपूर्ण अभियोजन (Malicious Prosecution) ।

Commercial Law

निम्न विषयों से संबद्ध मुख्य विधि सिद्धांतः-

  • माल की बिक्री,
  • परक्राम्य लिखते (Negotiable instruments),
  • कपनी विधि, तथा
  • पार्टनरशीप ।
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